Monday, October 22, 2018

HAPPY BIRTHDAY PRABHAS: सालों स्ट्रगल के बाद भारतीय सिनेमा के 'बाहुबली' बने प्रभास

HAPPY BIRTHDAY PRABHAS: भारतीय सिनेमा में उस वक्त खलबली मच गई जब टॉलीवुड के सुपरस्टार प्रभास की फिल्म 'बाहुबली' ने बड़े पर्दे पर दस्तक दी. इससे पहले कभी-कभार ही टॉलीवुड की रीजनल फिल्में डब होकर हिंदी में रिलीज होती थीं. 2015 में प्रभास 'बाहुबली' बनकर दर्शकों को ऐसी तिलस्मी दुनिया में ले गए जहां से कोई भी बाहर आने को तैयार नहीं था. आलम ये था कि सोशल मीडिया से लेकर आम बातचीत तक हर तरफ यही चर्चा थी कि आखिर कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा? फिल्म का क्लाईमैक्स जानने के लिए दर्शकों ने दो साल का लंबा इंतजार किया.

2017 में जब 'बाहुबली: द कन्क्लूजन' रिलीज हुई तो बॉक्स ऑफिस पर ऐसा तूफान आया जिसमें बॉलीवुड के किंग से लेकर दबंग खान तक की फिल्मों की कमाई का हर रिकॉर्ड कागज़ के पन्नों की तरह उड़ गया. लोगों पर प्रभास का जादू ऐसा चला की देश और विदेशों के बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ने धमाल मचा दिया. 'बाहुबली 2' भारत के इतिहास की ऐसी फिल्म बन गई, जिसने दुनियाभर के सिनेमाघरों में खलबली मचाते हुए 1700 करोड़ रुपए से भी ज़्यादा का कारोबार किया. इस तरह प्रभास ने हिंदुस्तानी सिनेमा पर अपनी ऐसी बादशाहत कायम की जिसे आने वाले कई सालों तक किसी और सितारे के लिए तोड़ पाना बेहद मुश्किल नज़र आता है.

आज प्रभास अपना 39वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं. इस मौके पर आपको बताते हैं कि प्रभास ने ये स्टारडम पाने के लिए कितनी मेहनत की. उनके लिए 'बाहुबली' बनने का रास्ता इतना आसान नहीं था.

बिजनेसमैन बनना चाहते थे प्रभास


प्रभास का जन्म 23 October 1979 को हुआ था. उनका पूरा नाम वेंकट सत्यनारायण प्रभास राजु उप्पालापाटि है. प्रभाष के पिता यू. सूर्यनारायण राजू उप्पालापाटि फिल्म प्रोड्यूसर थे और उनकी मां का नाम शिवकुमारी है. तीन भाईयों बहनों में प्रभास सबसे छोटे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रभास एक्टर नहीं बनना चाहते थे. प्रभास की पढ़ाई लिखाई हैदराबाद में हुई है. उन्होंने B.Tech की डिग्री ली है. शुरुआत में प्रभास बिजनेसमैन बनना चाहते थे. प्रभास के अंकल कृष्णम राजू तेलुगू इंडस्ट्री के जाने माने एक्टर हैं. उन्हीं के कहने पर प्रभास ने एक्टिंग में हाथ आजमाया.


प्रभास ने कई सालों तक किया स्ट्रगल


प्रभास ने साल 2002 में तेलुगू फिल्म 'ईश्वर' से अभिनय की शुरुआत की. इस फिल्म से बहुत उम्मीदें की गई थीं लेकिन ये फिल्म लोगों को कुछ खास पसंद नहीं आई. हालांकि ये फिल्म फ्लॉप नहीं थी, बल्कि इसे एवरेज हिट करार दिया गया. इसके बाद भी प्रभास की किस्मत रंग नहीं लाई और 2003 में रिलीज हुई उनकी दूसरी फिल्म 'राघवेंद्रम' भी बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं दिखा पाई. उनकी किस्मत का कनेक्शन लोगों से तब जुड़ा जब 2004 में फिल्म 'वर्शम' रिलीज हुई. इसमें प्रभास के साथ तृषा कृष्णम और गोपीचंद भी नज़र आए थे. फिल्म ने अच्छी कमाई की. ये फिल्म वर्ल्डवाइड रिलीज हुई और इसने प्रभास को स्टारडम का स्वाद चखाया. शानदार अभिनय के लिए प्रभास ने Best Young Performer का संतोषम फिल्म अवॉर्ड जीता. उनकी को-स्टार तृषा ने भी फिल्मफेयर का बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड जीता.


हालांकि, अभी प्रभास का स्ट्रगल यही खत्म नहीं हुआ. इसी साल रिलीज हुई उनकी फिल्म अडवि रामुडु (Adavi Ramdu) लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी. फिल्म को बहुत ही नकारात्मक रिव्यू मिला और फ्लॉप हो गई. प्रभास इससे आहत तो बहुत हुए लेकिन हार नहीं मानी. उन्हें सही समय का इंतजार था और फिर जाने माने डायरेक्ट एस. एस. राजामौली की नज़र प्रभास पर पड़ी.


'छत्रपति' फिल्म 100 दिनों तक सिनेमाघरों में चली

हीरे को तो जौहरी ही पहचानता है. शायद ये कहावत प्रभास पर फिट बैठती है. 2005 में राजमौली के निर्देशन में प्रभास की फिल्म 'छत्रपति' रिलीज हुई. ये फिल्म सुपरहिट हुई. एक शरणार्थी की भूमिका निभाकर प्रभास ने खूब तारीफें बटोरीं और ये फिल्म करीब 100 दिनों तक 54 थियेटरों में चलती रही. इसके बाद एक बार फिर 2006 में उस समय लोगों को निराशा हाथ लगी जब प्रभास की फिल्म 'पौर्णमी' रिलीज हुई. ये फिल्म फ्लॉप रही.


फैंस के लिए कभी 'डार्लिंग' तो कभी 'मिस्टर परफेक्ट' बने प्रभास


अब प्रभास तेलुगू इंडस्ट्री में अपना सिक्का जमा चुके थे. उनकी फिल्म योगी (2007), मुन्ना (2009), बिल्ला (2009) और एक निरंजन (2013) बॉक्स ऑफिस पर हिट रही. 2011 में रिलीज हुई फिल्म डार्लिंग में उन्हें पसंद किया गया. मिस्टर परफेक्ट (2011) में भी प्रभास की कॉमेडी को लोगों ने सराहा. इन्होंने अपनी कॉमेडी से लोगों को इतना हंसाया कि कभी इन्हें डार्लिंग कहा गया तो कभी फैंस ने इनका निक नेम ही 'मिस्टर परफेक्ट' रख दिया.


कॉमेडी के बाद प्रभास ने अपने एक्शन से लोगों का दिल जीता. मारधाड़ और जबरदस्त एक्शन से भरपूर फिल्म 'रेबेल' (Rebel, 2012) में प्रभास ने तमन्ना भाटिया के साथ रोमांस करते हुए माफियाओं का खात्मा किया. ये फिल्म हिट रही और फिर 2014 में हिंदी में रिलीज हुई. रिबेल के बाद प्रभास ने एक और सुपरहिट फिल्म 'मिर्ची' (2013) दी, जिसमें उनके साथ अनुष्का शेट्टी नज़र आईं.


ये बात शायद ही आपको पता हो कि 2014 में ही अजय देवगन की फिल्म 'एक्शन जैक्शन' से प्रभाष ने हिंदी सिनेमा में डेब्यू कर लिया. इस फिल्म में वो गेस्ट अपीयरेंस में थे. इस समय तक प्रभास रीजनल सिनेमा में तो अपने पैर जमा चुके थे लेकिन हिंदी भाषी लोगों के लिए अभी भी उनका नाम जाना पहचाना नहीं था.

बाहुबली बनकर हर तरफ छाए प्रभास 
2015 में सिनेमाघरों में बाहुबली (Baahubali: The Beginning)  रिलीज हुई. मुख्य रुप से तेलुगू में बनी इस फिल्म को तमिल, मलयालम और हिंदी में डब किया गया. इस फिल्म को हिंदी में करन जौहर के धर्मा प्रोडक्शन ने रिलीज किया. इसमें प्राचीन राज्य माहिष्मति राज्य की लार्जर दैन लाइफ की कहानी दिखाई गई जिसमें प्रभास ने अमरेंद्र बाहुबली (पिता) और महेंद्र बाहुबली (सिवुडु) दोनों का किरदार निभाया. ये महज फिल्म नहीं थी बल्कि परदे पर रची गई एक ऐसी तिलिस्मी दुनिया थी जिसने दर्शकों पर कभी ना उतरने वाला जादू कर दिया.


दो साल तक लोग पूछते रहे- कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?

इस फिल्म का एलान 2011 में ही राजामौली ने कर दिया. तीन सालों में इस फिल्म की शूटिंग हुई और इस दौरान प्रभास ने कोई दूसरी फिल्म साइन नहीं की. उन्हें क्या पता था कि इसके जरिए वो सिनेमा की दुनिया में ऐसा स्टैंडर्ड सेट कर रहे हैं जहां तक पहुंचना सुपरस्टार्स के लिए सपने जैसा हो जाएगा. करीब 180 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने 650 करोड़ की कमाई की.

ये फिल्म भारतीय सिनेमा के दर्शकों को पहली बार स्पेशल इफेक्ट्स के जरिए ऐसी दुनिया में ले गई जो पहले नहीं देखी गई थी. एक्शन और वॉर सीन्स ने दिल जीत लिया. फिल्म देखने जाने तक लोगों को ये पता नहीं था कि उन्हें क्लाइमैक्स के लिए सालों इंतजार करना पड़ेगा. इसे देखने के बाद हर किसी के मन में यही सवाल था कि आखिर कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा? इस सवाल का जवाब लोगों को 2017 में मिला जब 'बाहुबली: द कन्क्लूजन' (Baahubali 2: The Conclusion) रिलीज़ हुई. 'बाहुबली 2' देखने के बाद लोगों का रिएक्शन बता रहा था कि उन्होंने अपनी ज़िंदगी में पहले किसी भारतीय फिल्म  में ऐसा कुछ नहीं देखा था जो प्रभास स्टारर इस फिल्म में देखा है.


बाप-बेटे दोनों का किरदार करना था चैलेंज


चैलेंजिंग ये था कि इन दोनों फिल्मों में प्रभाष ने दो किरदार निभाए. दोनों का कॉस्टयूम एक जैसा रखा गया, हावभाव भी एक से थे लेकिन ये प्रभास की दमदार एक्टिंग थी जिससे दर्शक बाप और बेटे के किरदार में आसानी से अंतर कर पाए. पिता के किरदार में वो बहुत ही परिपक्व लगे तो वहीं बेटे के किरदार से लोगों का दिल जीता. 'बाहुबली: द कन्क्लूजन' में अनुष्का के साथ उनकी केमेस्ट्री भी खूब पसंद की गई. जहां बाहुबली में उन्होंने एक्शन किया तो वहीं दूसरे भाग में उनके रोमांटिक अवतार ने लोगों के दिलों में घर बना लिया. फिल्म के डायलॉग सुपरहिट हुए.

फिल्म के एक सीन में जब प्रभास कहते हैं, ''औरत पर हाथ उठाने वाले की उंगलियां नहीं काटते बल्कि काटते हैं उसका गला.'' ऐसे बहुत से डायलॉग इस फिल्म में प्रभास के हिस्से आए जिन पर खूब तालियां और सीटियां बजीं.


''देवसेना को हाथ लगाया तो समझो 'बाहुबली' की तलवार को हाथ लगाया...''


इस फिल्म ने इतनी ताबड़तोड़ कमाई की कि सिर्फ इसके हिंदी डब वर्जन ने 510.99 करोड़ कमा लिए. करीब 250 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने वर्ल्डवाईड 1,796.59 करोड़ की कमाई की. प्रभास ने इस फिल्म के जरिए बॉक्स ऑफिस पर ऐसा जादुई आंकड़ा सेट कर दिया जिसे पार करने की सोचने पर ही दिग्गज एक्टरों के कदम ठिठक जाएंगे.

इस फिल्म के बाद प्रभास की गिनती सबसे मंहगे एक्टर्स में होने लगी है, बाहुबली सीरिज के लिए प्रभास ने करीब 24 करोड़ लिए.


इसके बाद एक बार फिर प्रभास 'साहो' के जरिए बड़े पर्दे पर दिखने वाले हैं. ये एक्शन फिल्म भी सबसे महंगी फिल्मों में से एक बताई जा रही है. प्रभास की इस फिल्म का फैंस को बेसब्री से इंतजार है. ये फिल्म खुद प्रभास के लिए भी चुनौतीपूर्ण है जिन्होंने भारतीय सिनेमा में खुद ही एक स्टैंडर्ड सेट कर दिया है.


फिलहाल, प्रभास को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं!

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